जो घुटनों के बल चलते हैं, सीधे खड़े नहीं हो पाते
वो कुदान की बातें करते, बातें करते हैं उड़ान की |
झूठ के हैं जो कारोबारी, सच का करते नहीं सामना
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे में बातें करते हैं ईमान की ।
भाग गए जो अपने घर से, बीवी जिनको ढूँढ रही है,
ऊँच नीच समझते हमको, बातें करते कुल जहान की |
कभी साइकिल पर बैठे वो और कभी हाथी के ऊपर
फूल कमल का खिलता देखा बातें करते रथ विमान की |
यूँ तो सब आदर्श बड़े थे, थे सिद्धांत इंकलाबी भी
लेकिन हवा ज़रा क्या बदली बातें करते हैं रूझान की |
दोस्त अडानी और अम्बानी नीरव मोदी मेहुल भाई
लेकिन दिल बहलाने को वो बाते करते हैं किसान की |
वो कुदान की बातें करते, बातें करते हैं उड़ान की |
झूठ के हैं जो कारोबारी, सच का करते नहीं सामना
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे में बातें करते हैं ईमान की ।
भाग गए जो अपने घर से, बीवी जिनको ढूँढ रही है,
ऊँच नीच समझते हमको, बातें करते कुल जहान की |
कभी साइकिल पर बैठे वो और कभी हाथी के ऊपर
फूल कमल का खिलता देखा बातें करते रथ विमान की |
यूँ तो सब आदर्श बड़े थे, थे सिद्धांत इंकलाबी भी
लेकिन हवा ज़रा क्या बदली बातें करते हैं रूझान की |
दोस्त अडानी और अम्बानी नीरव मोदी मेहुल भाई
लेकिन दिल बहलाने को वो बाते करते हैं किसान की |
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