शुक्रवार, 2 मार्च 2012

व्यंग्य लेख -"सेक्सी" - अरूणेश सी दवे


   











                                 "सेक्सी"
           नुक्कड़ पर बैठे हम मिलावटी कत्थे वाला पान चबा ही रहे थे कि उधर से गुजरता कालू गरीब हमे देख रूक गया। हमसे बोला - "दवे जी, ये सेक्सी किस बला का नाम है।" हमने कालू की तरफ़ गौर से देखा और यह तय करने की कोशिश करने लगे कि यह सेक्सी के बारे में जानकारी रखने का पात्र है कि नही। फ़िर हमने तय किया कि सूचना के अधिकार के तहत इसे इस विषय पर सूचना दी जा सकती है। सो हमने महिला आयोग की अध्यक्षा अनादरणीय ममता जी की राय बताई - "मिया कालू बात ऐसी है कि सेक्सी का अर्थ सुंदर होता है।" कालू न अपना सर खुजाया- " भैया फ़िर सुंदर शब्द में क्या बुराई कि लोग हाय तौबा मचा रहे हैं।" हमने अपने मुह मे कुचले जा रहे पान पर गौर फ़रमाया साफ़ नजर आ रहा था कि ये कालू हमारे पान का बलिदान व्यर्थ करवा कर ही दम लेगा। सो हमने बेमन से पान को थूका और कालू को खींच अपने पास खड़ा किया और बोले -"अबे पांच रूपये के पान का कत्ल तो करवा के ही चैन मिला तुझे खैर अब ध्यान से सुन। ये सेक्सी वाला लफ़ड़ा आदमियो पर लागू नही होता। इतना कहते ही हम ठिठक गये, तकनीकी रूप से हमारी बात सही नही बैठ रही थी। आजकल गे वाला लफ़ड़ा भी जोरो पर है। हर दिन फ़ेस बुक पर हमे कोई न कोई बंदा हमे सेक्सी और हैंडसम करार देता है। पता करने वाली बात सिर्फ़ इतनी बाकी है कि भाईयो को हम आगे से सेक्सी नजर आते हैं कि पीछे से।

          खैर इस तकनीकी मामले का बोझ कालू पर न डालते हुये, हमने बात आगे बढ़ाई। बोले " रै कालू , ये सेक्सी कहो या सुंदर, ये लड़कियो पर ही लागू होता है। अब सामने से आती हुयी उस लड़की को सुंदर कह दें तो खा वो बुरा मान जायेगी या खुश भी हो सकती है। अब मियां यह तो ऐसा मामला है कि ठीक ठीक कहा नही जा सकता। इस लिये कई लोग सेक्सी शब्द का बुरा मना रहे हैं। कालू मानने को खाली न हुआ, बोला- " भईया आप साफ़ मतलब नही बता रहे हो। हमको सेक्सी का हिंदी अर्थ बताओ पहेलियां न बुझाओ। हमने टरकाने के उद्देश्य से कहा- " भाई कालू, सेक्सी का कोई ठीक ठीक मतलब नही है। सुंदर लड़कियो को सेक्सी कहते हैं ऐसा ही सुना है हमने तो।"

         लेकिन कालू युपी चुनाव के कारण अपनी ताकत पहचान चुका था। भड़क कर जोर से बोला- हां भैया, ब्राह्मण हो हम दलितो, अल्पसंख्यको, पिछड़ो तक जानकारी पहुंचने क्यो दोगे। बहन जी, कहती ही हैं कि मनुवादी, सामंतवादी सोच वाले हमको पिछड़ा रखना चाहते है। इसिलिये आप सेक्सी का मतलब नही बता रहे हो।"

         अब तक चारो ओर भीड़ जमा हो चुकी थी और सारे कालू से सहमत भी नजर आ रहे थे। हमने माथा ठोक लिया, वाह रे राजनीती सेक्सी तक को घसीट लिया। अब हमने कालू को गुस्से से घूरा- "अबे सुन, अब हम कहेंगे और टोकना मत बीच में, आज बहन जी को दलित सेक्सी नजर आ रहे है। मुलायम को यादव और मुसलमान॥ कांग्रेस को दलित और मुसलमान। भाजपा को बाबा रामदेव और बिना जाति के हिंदु। अब समझा सेक्सी का मतलब कि नही।"

         लेकिन साहब पूंजिवादियो के शब्दो में कहा जाये तो, कालू समझदार ही होता तो गरीब क्यो रहता। सो कालू ने इंकार में सर हिला दिया। हमने दूसरी तरीके से समझाने की कोशिश की- " देख भाई सेक्सी ऐसा शब्द है जो बजरंग दल की नजर में संस्कृति विनाशक, जमाते इस्लामी की नजर मे कुफ़्र, भाजपा की नजर में बेशर्मी है। रही कांग्रेस की बात, तो जब तक प्रियंका पर इसका उपयोग न किया जाये। उन्हे इस शब्द से कुछ खास दिक्कत नही है।"
हमने फ़िर कालू की तरफ़ देखा, घोंचू फ़िर भी इंकार में सर हिला रहा था। हम और भड़क गये कहा -"अबे बात तो पूरी होने दे क्या विपक्षी पार्टियो की तरह हर बार मुंडी हिला दे रहा है। ध्यान से सुन, दिल्ली के मिरांडा कालेज यह शब्द आम है, खालसा कालेज मे खास। मदरसो में इस शब्द के प्रयोग पर जूते पड़ सकते है। होटल ताज में मिलने वाला हर युवा "बड़े सेक्सी नजर आ रहे हो" जुमले का प्रयोग करता है। वहां पर, यह शब्द इतना इज्जतदार है कि भाई अपनी बहन पर भी इस जुमले का इस्तेमाल कर लेता है। अपने छत्तीसगढ़ी में सेक्सी को "ठांय, ठांय़" कहा जाता है। तो बाम्बे के मिडल क्लास में सेक्सी को "झकास" कहा जाता है।"

"और सुन, अलग अलग लोगो को अलग अलग चीज सेक्सी लगती है। नेताओ को मंत्री पद तो अफ़सरो को पोस्टिंग सेक्सी नजर आता है। ठेकेदार को सूखा और बाढ़ राहत से सेक्सी कुछ नही दिखता, तो सीजन आने पर कुत्ते को कुतिया से सेक्सी कुछ नही। मियां यह सेक्सी शब्द ईश्वर की तरह सर्वव्यापी है। भैस, गधा, घोड़ा चिडिया सब को अपना साथी टाईम, टाईम पर सेक्सी दिखता है। और इंसान को टाईम, बेटाईम भी सेक्सी देखने में कोई गुरेज नही है। इंसान और जानवरो में अंतर सिर्फ़ इतना है कि यह सेक्सी दिखना, जब बंद कमरे मे होता है तो सभी धर्मो की पताकाये आसमान में लहराने लगती है। और खुले में धोखे से भी नजर आ जाने पर सारे धर्म धार्मिक शोक की घोषणा कर झंडा आधा झुका लेते हैं।

           इतना कहते कहते, मैं हांफ़ गया। लोगो ने पानी पिलाकर मुझे फ़िर से नार्मल किया। तो मैने देखा, कालू अब भी नाखुश था। उसके भेजे में बात नही घुसी थी। इतना समझाने पर भी न समझ पाने का मलाल उसके चेहरे पर साफ़ देखा जा सकता था। हमे दया आ गयी, हमने कहा -"गलती तेरी नही है भाई कालू। बड़े बड़े रिषी मुनी भी इस सेक्सी चीज को समझ नही पाये है, अब तू एक्दम ध्यान से सुन। देख मामला ऐसा है कि कम कपड़े पहनने वाली लड़कियो को सेक्सी कहा जाता था। पर अब जमाना बदल रहा है, आजकल हाई सोसाईटी के लोग पूरा श्रंगार की हुयी दुलहन को भी उसके होने वाले पति के सामने सेक्सी कह देते हैं।"

             कालू ने प्रश्न किया- "भैया ये सेक्सी बनना तो बहुत खतरनाक काम है। कम कपड़े पहनेंगे तो गुंडे पीछे नही पड़ जायेंगे।" हमने सर हिलाया, " सारा लफ़ड़ा चालू वही से हुआ है रे भाई। बीच में विश्व भर मे माडर्न लड़कियो ने प्रदर्शन किये है, कि हम कपड़े पहने, कम पहने, न पहने पर हमारे पीछे मत पड़ो।" कालू ठठा कर हसा - "वाह रे मूर्खन की बुद्धी, अब कोई बोर्ड लगायेगा कि चोरी मत करो तो क्या चोर मान जायेगा।" हमने कालू को गले से लगा लिया- "वाह अब बात तेरे समझ मे आ ही गयी, बधाई हो।" कालू ने फ़िर झटका दिया- "सेक्सी का मतलब कहा बताये हो अभी।"

        हमने कहा- "मिया कालू आगे की बात बहुत गहरी है और ध्यान से सुन। देख इस सेक्सी शब्द से अपना कोई लेना देना नही है, खास कर अपने भारत में। देख भाई, हमारे यहां जब कोई लड़का किसी लड़की को देखता है। तो उसे तड़ से अपने मन के बैडरूम के मखमली बिस्तर में ले जा शुरू नही हो जाता। भाई सुंदर लड़किया सिर्फ़ सुंदर नजर आती है बस। उनसे बात करने की इच्छा होती है। उसके साथ समय बिताने की इच्छा होती है। मियां सो भारत में किसी भी लड़की को सेक्सी नही कहा जा सकता। हां विदेशो मे या इंडिया मे जहां स्त्री का अर्थ सिर्फ़ उसके तन से हो सेक्सी कहा जा सकता है।

     कालू को बड़ी देर बाद यह बात समझ में आई कि जिससे वह सेक्सी का अर्थ पूछ रहा है उसे खुद ही नही मालूम। उसने हमारा दिल रखने के लिये कहा -"भैया मै समझ गया" और हमसे विदा ली। हमने भी चैन की सांस ली। जब से ये मुआ टीवी गांव गांव में पहुंच गया है नुक्कड़ में बैठना खतरे से खाली नही। पता नही कब क्या पूछ बैठे।
                                                                                                                -  अरूणेश सी दवे 

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