शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

अमृता प्रीतम - साल मुबारक


मैं साल मुबारक किससे कहूँ
मैं साल मुबारक किससे कहूँ


कोई इल्म का सूरज वंशी हो
कोई कलम का चन्दरवंशी हो
मैं साल मुबारक किससे कहूँ
मैं साल मुबारक किससे कहूँ


हो मिटटी के रहमत जैसा
हो काया  की अजमत जैसा
मैं साल मुबारक किससे कहूँ
मैं साल मुबारक किससे कहूँ


हो मन सागर मन्थन जैसा
हो मस्तक के चिंतन जैसा
मैं साल मुबारक किससे कहूँ
मैं साल मुबारक किससे कहूँ|
       

1 टिप्पणी:

  1. ख़ूबसूरत प्रस्तुति, बधाई.

    नूतन वर्ष की मंगल कामनाओं के साथ मेरे ब्लॉग "meri kavitayen " पर आप सस्नेह/ सादर आमंत्रित हैं.

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