गुरुवार, 9 अगस्त 2012

My sister, my mom.... marykom marykom

                                 

अन्तर्राष्ट्रीय मूल निवासी दिवस के अवसर पर: आदिवासी बाला मेरी कोम को लाल सलाम 

                                                  
   एमसी मैरीकॉम ने लन्दन ओलम्पिक में मुक्के बाजी में भारत के लिए कांस्य  पदक जीता है लेकिन आम जनों में कोई उत्साह का नहीं हैजबकि दूसरे खिलाड़ियों की हर जगह चर्चा है. ये वाकई बहुत दुखद है कि राष्ट्रीय एकता का नारा लगाने वाले इस देश के सीमान्त प्रदेशों के निवासियों के प्रति बहुत ही उपेछा पूर्ण व्यवहार करते हैं.यह हर क्षेत्र में होता है.और यह एक बार नहीं अनेक बार हुआ है. खेलों में सबसे ज्यादा दमखम प्रदर्शित करने वाले आदिवासी खिलाड़ियों को कोई प्रोत्साहन  नहीं मिलता है .मुक्के बाज डिन्कों सिंह ने भी अपनी पूर्ण उपेक्षा के बावजूद  एशियाड   में स्वर्ण पदक जीता था.सरकारी उपेक्षा  तो है ही लेकिन आमजनों की उपेक्षा खतरनाक है .ये इस संकुचित मानसिकता का प्रदर्शन  है जो दिल्ली की आसपास के क्षेत्र को ही समग्र भारत समझती है. अगर ऐसा न होता तो किस्म किस्म के अनशन कारियों पर शौर मचाने वाले मणिपुर की बेटी इरोम शर्मीला के ग्यारह बरस पुराने अनवरत अनशन पर खमोश न रहते. बंदूक के बल पर राष्टीय एकता कायम रखने का भ्रम पालने वाले ये समझ लें कि अगर हमने भावात्मक एकता को मजबूत  नहीं किया और सीमान्त प्रदेश के बासिंदों और देश के सभी आदिवासियों के साथ अपनी एकता को प्रदर्शित नहीं किया तो उनमें अलगाव की भावना को पनपने से रोकना कठिन होगा. जिस मणिपुर की बेटियों के साथ भारतीय फ़ौज अपने दुर्वयवहार के लिए सारी दुनिया में बदनाम हुई उस मणिपुर की बेटे बेटियाँ देश का नाम रोशन कर रहें हैं क्या ये हमारे लिए शर्मिंदा होने की बात नहीं है.  मुझे नहीं लगता कोई देश अपने होनहार सपूतों के प्रति ऐसा व्यवहार करता होगा.मुझे याद है कि जब ऐश्वर्य राय को मिस वर्ल्ड का किताब मिला था तो उसके स्वागत में पालम हवाई अड्डे पर नौजवानों की भारी भीड़ इकठ्ठा हुई थी और उसकी बग्घी को नौजवान खुद कन्धा  लगाकर खींच रहे थे .देखना ये है कि बिजुओं को सम्मान  देने वाला ये देश कब अपने असली नायकों को सम्मान देता है  मेरी कोम की जीत से   मेरा मन खुशी से सरोबार है मैं उसे सलाम करता हूँ जिंदाबाद  कहता हूँ  और हाथ उठाकर नारा लगाता हूँ   -My sister, my mom.... mary kom mary kom

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