लिखो वही जो सही दिखे और जो भी मन कहना चाहे
लिखो वही जिस भाव भूमि पर मन अपना रहना चाहे.
लिखो वही जिसको लिखने से जन कल्याण संवरता हो
लिखो वही जिसको लिखने से जग का रूप निखरता हो.
लिखो वही जिस भाव भूमि पर मन अपना रहना चाहे.
लिखो वही जिसको लिखने से जन कल्याण संवरता हो
लिखो वही जिसको लिखने से जग का रूप निखरता हो.
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