शुक्रवार, 6 सितंबर 2013

शहीद सुष्मिता


एक अफगानी व्यवसायी से विवाह करने वाली सुष्मिता बनर्जी (49 वर्ष) की हत्या उनके घर के बाहर की गई। 
.पुलिस के अनुसार 49 साल की सुष्मिता की पक्तिका प्रांत में उनके घर के बाहर हत्या की गई. उन्होंने अफगान कारोबारी जांबाज खान से शादी की थी और हाल ही में उनके साथ रहने के लिए अफगानिस्तान पहुंची थीं. बीबीसी ने पुलिस के हवाले से खबर दी है कि तालिबानी आतंकवादी प्रांतीय राजधानी खाराना में उनके घर पहुंचे और उनके पति तथा परिवार के दूसरे सदस्यों को बांध दिया. इसके बाद उन्होंने सुष्मिता को घर से बाहर निकालकर उन्हें गोली मार दी.
पुलिस ने बताया कि आतंकवादियों ने सुष्मिता के शव को एक धार्मिक स्कूल के निकट फेंक दिया. किसी संगठन ने उनकी हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है. एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी का कहना है कि सुष्मिता पक्तिका प्रांत में स्वास्थ्य कर्मी के तौर पर काम कर रही थीं और अपने काम के तहत ही स्थानीय महिलाओं की जिंदगी पर फिल्म भी बना रही थीं.
वर्ष 1995 में तालिबान की पकड़ से निकलने की नाटकीय घटना पर लिखी किताब बेस्ट सेलर हुई थी और उस पर 2003 में बालीवुड में एक फिल्म भी बनी थी। बनर्जी हाल ही में अपने पति के साथ रहने के लिए अफगानिस्तान गईं थीं। ‘एक काबुलीवाले की बंगाली पत्नी’ नामक किताब से बनर्जी भारत में बहुत प्रसिद्ध हो गईं थीं। इस किताब में अपने पति जांबाज खान के साथ अफगानिस्तान में रहने और तालिबान के चंगुल से बच निकलने की कहानी है। इस किताब पर 2003 की बालीवुड फिल्म ‘एस्केप फ्राम तालिबान’ बनी। इसमें प्रमुख भूमिका मनीषा कोइराला ने निभाई थी।


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