जलेस मेरठ جلیس میرٹھ
जनवादी लेखक संघ मेरठ جناوادئ لکھاک سنگھ میرٹھ
मंगलवार, 1 जुलाई 2014
अशोक रावत की गजलें
कहीं ये गौडसे इतिहास का नायक न हो जाए
कहीं मायूस इस इतिहास से गाँधी न हो जाए .
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