शनिवार, 7 मार्च 2015

पत्थर मारो: साध्वी बालिका सरस्वती




मुस्लिम लड़कों को देखते ही पत्थर मारो: साध्वी बालिका सरस्वती
नवभारतटाइम्स.कॉम| Mar 2, 2015, 05.08PM IST
'जाति भगवान की देन है जिससे समाज को संतुलन में रखा जाता है।'

केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने आधिकारिक रूप से देश में लव जिहाद जैसे किसी मामले के होने को लेकर खंडन किया था। दूसरी तरफ मध्य प्रदेश की साध्वी बालिका सरस्वती मिश्रा ने कहा कि देश में लव जिहाद तेजी से 25 अलग-अलग रूपों में फैल रहा है। उन्होंने कहा कि ऐसा हिन्दुस्तान में मुस्लिम आधिपत्य की खातिर किया जा रहा है।

लव जिहाद
साध्वी ने कहा, 'मैं हिन्दू लड़कियों से आग्रह करती हूं कि वे मुस्लिम लड़कों से दूर रहें। यदि आपसे कोई मुस्लिम संपर्क साधने की कोशिश करता है तो उस पर पत्थर बरसाओ। हिन्दू लड़कियों को मुस्लिम लड़के बाद में जबरन इस्लाम कबूल करवाते हैं ताकि देश में मुस्लिमों की आबादी हिन्दुओं जितनी की जा सके। ये आबादी में बढ़ोतरी के लिए हिन्दू महिलाओं को डिलिवरी मशीन में तब्दील कर देते हैं। हिन्दू महिलाओं को ये 10 से 15 बच्चे पैदा करने पर मजबूर करते हैं। इन बच्चों और महिलाओं को इस्लाम कम्युनिटी में कट्टरपंथी बनाते हैं। देश में जिहाद एक प्रासंगिक मुद्दा है जिसे गंभीरता से लेने की जरूरत है।'

साध्वी ने कहा कि हिन्दू लड़कियों को बहलाने फुसलाने खातिर यंग मुस्लिमों को ट्रेनिंग दी जा रही है ताकि वे इन लड़कियों को इस्लाम में शामिल कर सकें।' newskarnataka.com की रिपोर्ट के मुताबिक साध्वी ने कहा कि देश में जिहाद 25 तरीकों से चलाए जा रहे हैं। इस में लव, लैंड और पॉलिटिकल जिहाद भी शामिल हैं। साध्वी ने कहा कि ऐसा हिन्दू बहुल देश में मुस्लिम आधिपत्य के लिए किया जा रहा है। साध्वी बालिका ने अपने धर्म, राष्ट्र और महिलाओं की सुरक्षा के लिए कमान संभालने की सलाह दी।

जाति प्रथा
जब साध्वी से पूछा गया कि क्या हिन्दुओं में जाति प्रथा बड़ी बुराई है तो उन्होंने दावा किया कि जाति भगवान की देन है जिससे समाज को संतुलन में रखा जाता है। साध्वी ने कहा कि इसमें कुछ भी गलत नहीं है। साध्वी से पूछा गया कि यहां तो जाति जन्म के आधार पर मिलती है न कि कर्म और स्वभाव के आधार पर। इस पर साध्वी ने कहा कि गीता में जाति का उल्लेख कर्म और स्वभाव के आधार पर है। उन्होंने कहा कि कई बार शूद्रों ने जन्म और जाति के उलट अपनी पहचान ब्राह्मणों की तरह बनाई है। दूसरी तरह कई बार ब्राह्मण शराबी होते हैं और उनका व्यवहार शूद्रों की तरह होता है। उन्होंने कहा कि शूद्रों ने अपनी क्वॉलिटी और क्षमता का बखूबी परिचय दिया है। साध्वी ने कहा कि हिन्दू सोसायटी में कुछ वैसे लोग भी हैं जो गीता की गलत व्याख्या करते हैं। उन्होंने कहा कि गीता की गलत व्याख्या कम ज्ञान के कारण लोग करते हैं।

अंतर्जातीय विवाह
हालांकि साध्वी ने हिन्दुओं में अंतर्जातीय विवाह का विरोध नहीं किया। साध्वी ने कहा कि जाति व्यवस्था बीते दिनों की बात है और इस पर काबू पाने की जरूरत है। दूसरी तरफ साध्वी अंतर्धामिक विवाह के खिलाफ दिखीं। बालिका साध्वी ने वीएचपी के घर वापसी प्रोग्राम की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि यह अच्छा काम है। साध्वी ने कहा कि घर वापसी जैसे प्रोग्राम के जरिए ही हिन्दू राष्ट्र की स्थापना संभव है। साध्वी ने कहा कि यदि सरकारें और मीडिया इसके खिलाफ हैं तो देश में ऐंटि कन्वर्जन कानून बनाया जाए। साध्वी ने यह उम्मीद भी जतायी कि अयोध्या में जल्द ही राम मंदिर बनेगा।

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