कुछ लोगों के भाव गिर गये, कुछ को देना बंद कर दिया
खूब मजे में बीत रही है, भाग दौड़ को मंद कर दिया .
मुझसे मेरी जात न पूछो, दिल को देखो दिल से पूछो
मैं जाति को तोड़ रहा हूँ दिल से दिल को जोड़ रहा हूँ .
भूकंप के कुछ झटके आकर चले गए
यारब हमारे मुल्क में सब खैरियत तो है ?
खूब मजे में बीत रही है, भाग दौड़ को मंद कर दिया .
मुझसे मेरी जात न पूछो, दिल को देखो दिल से पूछो
मैं जाति को तोड़ रहा हूँ दिल से दिल को जोड़ रहा हूँ .
भूकंप के कुछ झटके आकर चले गए
यारब हमारे मुल्क में सब खैरियत तो है ?
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें