सोमवार, 17 अप्रैल 2017

राष्ट्रद्रोह की इन पर भी लग जाती कोई धारा .



राष्ट्रद्रोह की इन पर भी लग जाती कोई धारा
सारे जहां अच्छा होता हिन्दोस्तान  हमारा .


अभी तलक तो नौनिहाल सब सहमे से रहते हैं
पूछो मत विद्या के मंदिर में क्या क्या सहते हैं
सभी पुजारी विद्या मंदिर के ऐसे पण्डें हैं
कान उमेठे कान्हा के वो, जमा रहे डंडें हैं
नन्द यशोदा का पिटता रहता है कान्हा प्यारा
राष्ट्रद्रोह की इन पर भी लग जाती कोई धारा .



शिक्षण शुल्क चुकाएं या लें पुस्तक, मोज़े,टाई
बिल्डिंग,फर्नीचर,वाहन कैसे हो भरपाई ?
लोगों वाला बैग, बटन तक लोगों वाला ही हो
फैशन शो सा दिखें हमेशा, शाला वाला ना हो
एक बरस जो पहन लिया ना पहने कोई दुबारा .
राष्ट्रद्रोह की इन पर भी लग जाती कोई धारा .


छीन शरारत ली हैं सब मासूमों से बचपन की
कारोबारी कुत्तों ने सब छोड़ी लाज शर्म जी
पैसे के आगे अपना सब बेचा दीन ईमान
पंगु बना लिया है मिलकर सारा हिन्दुस्तान
यहाँ नहीं क्यूँ राष्ट्रभक्ति का बजता है नक्कारा .
राष्ट्रद्रोह की इन पर भी लग जाती कोई धारा .


सारे जहां अच्छा होता हिन्दोस्तान  हमारा .
राष्ट्रद्रोह की इन पर भी लग जाती कोई धारा .








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