रविवार, 6 मई 2018

मैं चाहता हूँ

मैं चाहता हूँ सब कुछ अच्छा अच्छा हो,                                   
दोस्त हमारा एक हो लेकिन, सच्चा हो ।
                   
समझ उमर के साथ बढ़े तो बढ़ जाये,                       
लेकिन दिल बस भोला भाला बच्चा हो ।

घर घर के जैसा हो दिल में प्यार रहे
दीवारों दर से पक्का या कच्चा हो |

बच्चें सबकी गोदी में चढ़कर खेलें
वो चाहे फिर अब्बा हो या चच्चा हो |

जिसकी जहाँ जगह है वो उस जगह रहे
फिर चाहे वो टोपी  हो या कच्छा हो |









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