जलेस मेरठ جلیس میرٹھ
जनवादी लेखक संघ मेरठ جناوادئ لکھاک سنگھ میرٹھ
मंगलवार, 7 अप्रैल 2020
साथी रोहित जिन्दा है अब इंक्लाब के नारों में
ऊंची बंधी हुई मुट्ठी में, हर दिल के अंगारों में .
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