जलेस मेरठ جلیس میرٹھ
जनवादी लेखक संघ मेरठ جناوادئ لکھاک سنگھ میرٹھ
रविवार, 2 अगस्त 2020
तेरी चाहत मेरी उम्मीदों की है जिन्दा फसल
ए मेरी जाने गजल ए मेरी जाने गजल ।
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