जनवादी लेखक संघ मेरठ جناوادئ لکھاک سنگھ میرٹھ
एक करगिल एक पुलबामा हो
ना नेकर एक पजामा हो
बाबा चाहे काना ही हो
लेकिन शिवराज सा मामा हो
जीतेंगे सभी इलैक्शन हम
जोड़े हर और कनेक्शन हम |
0 टिप्पणियाँ:
एक टिप्पणी भेजें