यू पी में गुंडाराज नहीं अब राम राज है |
बन रहा राम का मंदिर अब बस यही काज है |
सीता का होता हरण अगर अब भी, होने दो
मरना ही है दशरथ को जी भर के रोने दो |
शासन प्रशासन चरण पादुका से चलता है
जड़ भरतवंशी हैं भारवाह उनको ढोने दो |
चिड़ियों की रखवाली करता अब बड़ा बाज है |
यू पी में गुंडाराज नहीं अब राम राज है |
सब भक्त मगन हो राम राम जपते रहते हैं
दोहराते उतना ही जितना साहब कहते हैं |
युग बदल रहे योगी जोगी रोगी मिलकर सब
कुछ पता नहीं चलता हम किस युग में रहते हैं |
अँधा आँखों वालों को अँधा कहे आज है |
यू पी में गुंडाराज नहीं अब राम राज है |
बेटी का कुछ भी नहीं मान गैया का ज्यादा
मर जाए तो रोना धोना मैय्या का ब्याधा |
ये बाधा नहीं सुराज सुशासन सहन करेगा
हो आधी कोई रात या की फिर दिन हो आधा |
उनका कल क्यों हो जिनका नहीं आज है |
यू पी में गुंडाराज नहीं अब राम राज है |
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