उठ जाओ सोने वालों, उठ जाओ सोने वालों | उठ जाओ सोने वालों, उठ जाओ सोने वालों ||
पूरब में सूरज जागा, मुर्गा दे बांग रहा है अँधियारा भाग रहा है,जग सारा जाग रहा है
होती अजान मस्जिद में,मंदिर में शंख बजा लो | उठ जाओ सोने वालों, उठ जाओ सोने वालों ||
कुत्ते गलियों के जागे, सब आगे पीछे भागे गैय्या भी रंभाती है,बछिया को दूध पिला दे
ओ दूध बेचने वालों गैया का दूध निकालो | उठ जाओ सोने वालों,उठ जाओ सोने वालों ||
बच्चों अब आँखें खोलो,मम्मी पापा से बोलो हम जाते दौड़ लगाने, तुम पीछे पीछे हो लो
हम गिर कर खुद उठते हैं,गिरने से नहीं संभालों उठ जाओ सोने वालों, उठ जाओ सोने वालों ||
अपने हैं खेल निराले,कुछ खुद को ज़रा थका लें वो भागा हमको छूकर, हम पकड़ें उसे गिरा लें
जो रोकर घर को जाता,सब मिलकर उसे मना लो उठ जाओ सोने वालों, उठ जाओ सोने वालों ||
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