जलेस मेरठ جلیس میرٹھ
जनवादी लेखक संघ मेरठ جناوادئ لکھاک سنگھ میرٹھ
शनिवार, 26 मार्च 2011
अब दिल्ली दूर नहीं !
अब दिल्ली दूर नहीं !
ये गधा गधों का लीडर
कहता है कि दिल्ली जाकर
मांगें सब अपने कौम की मैं मनवाकर आउंगा
नहीं तो, घास न खाउंगा ।
साभार - नज़रिया ब्लॉग -- सुशील बाकलीवाल
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