शहीद सफ़दर हाशमी: स्मृति दिवस
शहीद सफ़दर हाशमी की यादगार में जनवादी लेखक संघ मेरठ द्वारा मेरठ कोलिज मेरठ के सामने कमिश्नरी पार्क में नुक्कड़ काव्य पाठ का आयोजन किया गया किया|
सबसे पहले मुनेश त्यागी और अनूप मिश्र ने श्ले मशाले चल पड़े हैं श् समूह गान गाकर कार्यक्रम का आगाज किया|अमरनाथ 'मधुर' ने सफ़दर के ' पढ़ना लिखना सीखों ओ मेहनत करने वालों'गीत गाकर सबकों सफ़दर की यादों में डुबो दिया जलेस मेरठ के जिला सचिव का० मुनेश त्यागी ने शहीद सफ़दर हाशमी के जीवन दर्शन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि सफ़दर हाशमी के मिशन को हमें पूरा करना है देश को आर्थिक गुलामी में फंसने से बचाना होगा | का० तौसीफ अली खान ने कहा कि सफ़दर हाशमी मेहनतकशों की लड़ाई लड़ते हुए शहीद हुये उन्होंने अपना बलिदान देकर हमारी राह रोशन की है जिस पर हमें पूरी सावधानी और मजबूती से आगे बढ़ाना है | गांधीवादी चिन्तक एडवोकेट अलमास अहमद ने कहा कि जिन मूल्यों को लेकर गांधी ने और सुकरात ने शहादत दी सफ़दर हाशमी भी उन्हें जीवन मूल्यों से प्यार करने के कारण शहीद हुये| अंधी हिंसा कोई तर्क नहीं सुनती और वह बेगुनाहों कि जिन्दगी लीलती रही है |सफ़दर उअसका एक निवाला है |
मुख्य वक्ता कहानीकार निर्मल गुप्त ने सफदर हाशमी को जनता का सिपाही और योद्धा करार देते हुये कहा कि जो भी जनता के पक्ष में लडेगा वो सफदर की ही तरह मारा जायेगा चाहे वो कवि मान बहादुर हों या अवतार सिंह पाश|। भगत सिंह हों या गणेश शंकर विद्यार्थी । कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे बर्कले यूनिवर्सिटी में हिन्दी के प्रोफेसर डॉ0 वेदप्रकाश बटुक ने कहा कि सफदर हाशमी ने नाटक को प्रेक्षागृहों से निकालकर जनता के बीच चौराहों तक पहुचाया था| वो जनता के प्रति इतने समर्पित थे कि अपने चमकदार कैरियर को छोडकर मजदूरों' मजलूमों के बीच उनकी आवाज को मजबूती देने चले आये और अन्ततः निहित स्वार्थी राजनीतिक बदमाशों के हाथों अपने प्राणों को बलिदान कर गये। उन्होंने साहित्य को जनसाधारण से जोडने का काम किया और जो साथी उनके इस मिशन को आगे बढा रहे हैं वो सही दिशा में कार्य कर रहे हैं इसलिये वो बधाई के हकदार हैं।
कार्यक्रम के संयोजक जन कवि वीरेन्द्र 'अबोध' ने नुक्कड नाटककारों की तरह कवियों से भी नुक्कड कविता पाठ करने का आहवान किया। उन्होंने कहा कि आज कवि भटक गये हैं वो भॉंडों और मसखरों की तरह काये अघाये पेटल लोगों का मनोरंजन कर रहे हैं या अखबारी टिप्पणीकार होकर रह गये हैं। उन्होंने शुद्ध कविता के हिमायतियों की कडी आलोचना करते हुये कहा कि ऐसा कवि सामाजिक अपराधी है| वह व्यवस्था परिवर्तन का विरोधी है और वस्तुतः यथास्थितिवादियों का वकील है। उन्होंने इस अवसर पर अपनी प्रसिद्ध नुक्कड कविताओं गोली जमूरे और सबसे सस्ता गोश्त का एकल अभिनय के साथ सस्वर पाठ भी किया जो दर्शक श्रोताओं द्वारा बार-बार तालियाँ बजाकर सराही गयी।
इस अवसर पर प्रसिद्ध गीतकार यशपाल कौतसायन, अमरनाथ मधुर,मनहर, जयवीर यादव, युसुफ,खान, युनुस खान, अजीत दास एवं दीपक निराला द्वारा काव्य पाठ किया गया ।
नुक्कड सभा सफदर हाशमी जिन्दाबाद एवं इन्कलाब जिन्दाबाद के नारों के साथ विसर्जित हुई।
شہید صفدر ہاشمی : یاد یوم
شہید صفدر ہاشمی کی یادگار میں جنوادي مصنف یونین میرٹھ کی طرف سے میرٹھ كولج میرٹھ کے سامنے كمشنري پارک میں نككڑ شاعری متن کا انعقاد کیا گیا کیا |
سب سے پہلے منےش تیاگی اور انوپ مشرا نے شلے مشالے چل پڑے ہیں شسموه سرائی گا کر پروگرام کی شروعات کیا | امرناتھ 'مدھر' نے صفدر کے 'پڑھنا لکھنا سيكھو او محنت کرنے والوں' گیت گا کر سبكو صفدر کی یادوں میں ڈبو دیا جلےس میرٹھ کے ضلع سیکریٹری کا 0 منےش تیاگی نے شہید صفدر ہاشمی کے زندگی درشن پر روشنی ڈالتے ہوئے کہا کہ صفدر ہاشمی کے مشن کو ہمیں پورا کرنا ہے ملک کو اقتصادی غلامی میں پھنسنے سے بچانا ہوگا | کا 0 توسيپھ علی خان نے کہا کہ صفدر ہاشمی مےهنتكشو کی لڑائی لڑتے ہوئے شہید ہوئے انہوں نے اپنا قربانیاں دے کر ہماری راہ روشن کی ہے جس پر ہمیں پوری احتیاط اور مضبوطی سے آگے بڑھانا ہے | گادھيوادي چنتك ایڈوکیٹ الماس احمد نے کہا کہ جن اقدار کو لے کر گاندھی نے اور سكرات نے شہادت دی صفدر ہاشمی بھی انہیں زندگی اقدار سے محبت کرنے کی وجہ سے شہید ہوئے | اندھی تشدد کوئی دلیل نہیں سنتی اور وہ بےگناهو کہ زندگی ليلتي رہی ہے | صفدر اسكا ایک نوالا ہے |
چیف مقرر کہانی کار نرمل خفیہ نے صفدر ہاشمی کو عوام کا سپاہی اور سپاہی قرار دیتے ہوئے کہا کہ جو بھی عوام کے حق میں لڈےگا وہ صفدر کی ہی طرح مارا جائے گا چاہے وہ شاعر مان بہادر ہوں یا اوتار سنگھ پاش |. بھگت سنگھ ہوں یا گنیش شنکر ودیارتھی. پروگرام کی صدارت کر رہے بركلے یونیورسٹی میں ہندی کے پروفیسر ڈاکٹر 0 وےدپركاش بٹك نے کہا کہ صفدر ہاشمی نے ڈرامہ کو پرےكشاگرهو سے نکال کر عوام کے درمیان چوراهو تک پهچايا تھا | وہ عوام کے تئیں اتنے سرشار تھے کہ اپنے چمکدار کیریئر کو چھوڑ کر مزدوروں 'مجلومو کے درمیان ان کی آواز کو مضبوطی دینے چلے آئے اور اسکے نتیجے کے طور پنہاں خود غرض سیاسی بدمعاشوں کے ہاتھوں اپنی جانیں کو قربان کر گئے. انہوں نے ادب کو جنسادھار سے جوڈنے کا کام کیا اور جو ساتھی ان کے اس مشن کو آگے بڑھا رہے ہیں وہ صحیح سمت میں کام کر رہے ہیں اس لئے وہ مبارکباد کے مستحق ہیں.
پروگرام کے کنوینر عوامی شاعر وےرےندر 'معصوم' نے نکڑ ناٹككارو کی طرح شاعروں سے بھی نکڑ شاعری متن کرنے کا اعلان کیا. انہوں نے کہا کہ آج شاعر بھٹک گئے ہیں وہ بھڈو اور مسكھرو کی طرح كايے اگھايے پےٹل لوگوں کا تفریح کر رہے ہیں یا اكھباري ٹپپيكار ہوکر رہ گئے ہیں. انہوں نے پاک شاعری کے همايتيو کی کڑی تنقید کرتے ہوئے کہا کہ ایسا شاعر سماجی مجرم ہے | وہ نظام کی تبدیلی کا مخالف ہے اور اصل يتھاستھتواديو کا وکیل ہے. انہوں نے اس موقع پر اپنی مشہور نکڑ نظم گولی جمورے اور سب سے سستا گوشت کا واحد اداکاری کے ساتھ سسور متن بھی کیا جو ناظرین سامعین کی طرف سے بار -- بار تالیاں بجاكر سراهي گئی.
اس موقع پر مشہور نغمہ نگار یشپال كوتساين ، امرناتھ مدھر ، منهر ، جيوير یادو ، یوسف ، خان ، ينس خان ، اجیت داس اور دیپک نرالا کے ذریعے شاعری متن کیا گیا. نکڑ سبھا صفدر ہاشمی زندہ باد اور انكلاب زندہ باد کے نارو کے ساتھ وسرجت ہوئی.
श्रद्धान्शु शेखर , आशीष अवस्थी एंड ए के पंकज like this.
जवाब देंहटाएं1-आशीष अवस्थी हम सब सफ़दर ... हमको मारो !!!!