शुक्रवार, 9 अगस्त 2013

ईद मुबारक


मस्जिद की गुम्बदों में बाँध तीज का झूला
बहिनों के लिए भाई ही खुद पेंग भरेंगे
दुनिया में बेमिसाल मेरा मुल्क एक है
आ देख झलक ईद, तीज यूँ भी मनेंगे .


मेरा चाँद सजाकर तूने ईद मनायी अच्छा है
खुशियाँ तेरे घर में छायी,अब मन भायी अच्छा है .
ईद मुबारक  कहने  तुझको मैं घर तेरे आया हूँ
मेरे हिस्से में भी थोडा शीर जो आयी,  अच्छा है .
 

बहिनों को तीज भाईयों को ईद मुबारक
बहने मनायें तीज और भाई मनाये ईद.
भारत में रोज जश्न हो,सब लोग खुश रहें
सरहद पे इतना बोल के फौजी हुआ शहीद.
                                       

है शर्त अगर साथ में क्या ईद मुबारक
हम हो रहे शहीद तुम्हें दीद मुबारक
तुम गाओ वंदें मातरम लहराओ तिरंगा
अब्दुल हमीद जैसे हम शहीद मुबारक .


दोस्त आपको,आपके परिवार को ईद की बहुत बहुत शुभकामनाएं .

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