शनिवार, 14 सितंबर 2013

हिन्दी दिवस


हिन्दी दिवस पर सभी हिन्दी भक्तों को हार्दिक शुभकामनाएं .साथ ही उनका आह्वान है कि वे हिन्दी में एक कायदे का राष्ट्र गान और झंडा गीत लिखने का दायित्व पूरा करें. अभी जो राष्ट्र गीत और राष्ट्र गान है वो बंगला भाषा में लिखा है और झंडा गान राष्ट्र ध्वज की गरिमा के स्तर का नहीं है . अगर हम चाहते हैं कि हिन्दी सही मायने में राष्ट्रभाषा बनें तो उसे राष्ट्रीय आवश्यकतायें  पूर्ण करने के योग्य बनायें. मिथ्या अभिमान न पालें कि हिन्दी समर्थ भाषा है और उसमें कोई कमी नहीं है .जो कमी है उसे स्वीकार करने में कोई बुराई नहीं है. हाँ बुराई उस कमी को दूर करने के प्रयास न करने में है. हिन्दी को विज्ञान, तकनीक और प्रोद्योगिकी  की भाषा बनायें और उसे खुले दिल से अपनायें. हिन्दी दिवस मनाने का औचित्य तभी है जब हम अपने इस कर्त्तव्य को पूरा करने का निरंतर उद्योग करते रहें .जय हिन्दी जय देवनागरी .        

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