गुरुवार, 19 मार्च 2015

कुर्ते का कपड़ा और जमीन का रेट


एन डी टी वी पर प्राइम टाइम में भूमि  अधिग्रहण बिल पर बहस के  दौरान  भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा  कि कांग्रेस और भाजपाई नेता मिलकर किसानों की जमीन लूट रहे हैं .उन्होंने बताया कि भाजपा सरकार ने उद्योग लगाने के लिए  किसानों की जमीन का अधिग्रहण कर  कांग्रेस के एक बड़े नेता को दी है जिसका मुवायजा किसान को बारह रुपये मीटर की दर से दिया गया है जबकि आज तन ढकने के लिए कपड़ा भी इस रेट में नहीं मिलता है.  उन्होंने पूछा कि क्या देश का पेट भरने वाले किसान को नेता अपने कुर्ते के कपडे के रेट जितना भी मुवायजा नहीं देंगे ?बस  इतना सुनते ही भाजपा प्रवक्ता जी एल नरसिंघराव अपना  आपा खो बैठे.  अति विनम्र भाषा में बात करने वाले शालीन छवि के भाजपा प्रवक्ता जी एल नरसिंघराव ने कहा कि तुम यहाँ राजनीति कर रहे हो, तुम  देश को गुमराह कर रहे हो .तुम देश का और किसानों का भला नहीं चाहते हो .
    अब कोई इनसे अगर ये पूछता है कि आपका कुर्ते का कपड़ा  जितने रुपये मीटर है अगर किसान को उतने रुपये मीटर भी जमीन का मुवायजा नहीं दे रहे हैं तो किसान ऐसे विकास के लिए अपनी जमीन क्यों दें तो समझ लीजिये की भाजपा की नजर में वह बदतमीज ही नहीं विकास विरोधी है . देश द्रोही है .
 भाजपा ने विकास की और आर एस एस एस ने भारतीय संस्कृति को परवान चढाने की जो जिम्मेदारी स्वत: अपने सिर ले रखी है उसकी चपेट में न जाने कौन कब आ जाए ये कहना बहुत मुश्किल है . इसी संघी सोच और आचार से संचालित भगवा चोले वाले अर्धविक्षिप्त साधू साध्वियों ने  हर रोज जहर उगलने का बीड़ा ही उठा रखा   है. ये अब धर्म और संस्कृति की बात नहीं करते हैं ये सीधे सीधे राजनीति की बात करते हैं. इनका इतिहास ज्ञान तो अदभुत है. मजे की बात ये है कि टी वी चैनल भी इनके विरोध के नाम पर इनके पूरे पूरे बयान प्रसारित कर इनके दुष्प्रचार में सहायक  बने  हुए  हैं . प्रतिदिन  सरकार द्वारा इनकी बयानबाजी को गलत बताया जाता है और प्रतिदिन इनके नए बयान आते रहते हैं .बाकी कोई इनका विरोध करे तो उसे खुली धमकियां दी जाती है.सवाल ये है कि जनता क्या इनका तमाशा देखने के लिए चुपचाप बैठी रहेगी ? अगर ये अपने विरोध में बोलने नहीं देंगे तो जनता सड़क पर उतर  आएगी .ये किसी भ्रम में न रहें जनता पाँच साल इंतज़ार करने वाली नहीं है .जिन्दा कौमें  इंतज़ार नहीं करती है .

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