गुरुवार, 18 फ़रवरी 2016

हम लेके रहेंगे आजादी





आजादी तंग दिमागों से 
आजादी सड़े रिवाजों से 
आजादी बंद किताबों  से  
नफ़रत के चन्द हिसाबों से 

हम लड के लेंगे आजादी, 
हम लेके रहेंगे आजादी, 
है जान से प्यारी आजादी, 
अधिकार हमारा आजादी.


आजादी घने सवालों से 
आजादी रोज बबालों से 
आजादी लौह सलाखों से 
बेड़ी, हथकड़ियों तालों से .

हम लड के लेंगे आजादी, 
हम लेके रहेंगे आजादी, 
है जान से प्यारी आजादी, 
अधिकार हमारा आजादी,

आजादी घने अंधेंरों से 
सूरज पर काले घेरों से 
गफलत पैदा करने वाले 
तोंदल आलू के बोरों से 

हम लड के लेंगे आजादी, 
हम लेके रहेंगे आजादी, 
है जान से प्यारी आजादी, 
अधिकार हमारा आजादी.


आजादी गाँधी से पायी
ना मिली गोडसे की माई
कुछ अभी दबाये बैठे तुम
पूरी लेगें आना पाई  .

हम लड के लेंगे आजादी,
हम लेके रहेंगे आजादी,
है जान से प्यारी आजादी,
अधिकार हमारा आजादी.


बाजू भी बहुत हैं सर भी बहुत
मैदान में हैं घर में भी बहुत
लड़ते लड़ते मर जायें भले
सड़कर ना मरें ये डर है बहुत

हम लड के लेंगे आजादी,
हम लेके रहेंगे आजादी,
है जान से प्यारी आजादी,
अधिकार हमारा आजादी.



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