मटन बदल कर बीफ हो गया, पूरा पाक शरीफ हो गया .
छप्पन इंची सीने वाला,जब से साहब चीफ हो गया .
'अच्छे दिन' का इंतज़ार,करने वालों को समझाता हूँ
दिल्ली तक दिन बुलेट ट्रेन था,अब सरकारी जीप हो गया .
जिसको चौकीदार बनाकर, तुम घर में बेसुध जा सोये
जब जागोगे तब देखोगे अब वो खुद ही थीफ हो गया .
जाने किस जंगल से तुम ये, ऐसा शेर पकड़ कर लाये
खूब दहाड़े मारा फिरता, चोर घुसे तो शीप हो गया .
घर से रहता बहुत दूर है, आँखें तरस गयी दर्शन को
अमरीका, जापान, चीन वो, सबके बहुत समीप हो गया.
छप्पन इंची सीने वाला,जब से साहब चीफ हो गया .
'अच्छे दिन' का इंतज़ार,करने वालों को समझाता हूँ
दिल्ली तक दिन बुलेट ट्रेन था,अब सरकारी जीप हो गया .
जिसको चौकीदार बनाकर, तुम घर में बेसुध जा सोये
जब जागोगे तब देखोगे अब वो खुद ही थीफ हो गया .
जाने किस जंगल से तुम ये, ऐसा शेर पकड़ कर लाये
खूब दहाड़े मारा फिरता, चोर घुसे तो शीप हो गया .
घर से रहता बहुत दूर है, आँखें तरस गयी दर्शन को
अमरीका, जापान, चीन वो, सबके बहुत समीप हो गया.
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