जलेस मेरठ جلیس میرٹھ
जनवादी लेखक संघ मेरठ جناوادئ لکھاک سنگھ میرٹھ
शुक्रवार, 21 अक्तूबर 2016
कुछ लोगो के कद से आगे
कुछ लोगो के कद से आगे
जानम अपनी जद से आगे
दुनिया एक बडी रहती है
बढ मत जाना हद से आगे
बद तो बद होता है आखिर
लड मत जाना बद के आगे
कुछ को नहीं दिखायी देता
अपने उॅंचे पद के आगे .
मानवता को भूल गए हैं
दौलत वाले मद के आगे
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