ये धर्म जात मुझसे उतरती ही नहीं है .
पैदा हुआ हूँ मैं मेरी गलती ही नहीं है .
भोजन ने मुझे हिन्दू मुसलमान बनाया
पर भूख है ये बात समझती ही नहीं है .
बहला रहा हूँ कब से कई लोरियां गाकर
सुनती नहीं कुछ भी ये बहलाती ही नहीं है ..
गीता कुरआन बाईबिल सब तो सुना चुका
रोटी के सिवा कुछ भी समझती ही नहीं है .
सयाने ही सही लोग मैं हूँ नासमझ अच्छा
कौशिश रहेगी मेरी जो चलती ही नहीं है .
पैदा हुआ हूँ मैं मेरी गलती ही नहीं है .
भोजन ने मुझे हिन्दू मुसलमान बनाया
पर भूख है ये बात समझती ही नहीं है .
बहला रहा हूँ कब से कई लोरियां गाकर
सुनती नहीं कुछ भी ये बहलाती ही नहीं है ..
गीता कुरआन बाईबिल सब तो सुना चुका
रोटी के सिवा कुछ भी समझती ही नहीं है .
सयाने ही सही लोग मैं हूँ नासमझ अच्छा
कौशिश रहेगी मेरी जो चलती ही नहीं है .
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