शनिवार, 1 अप्रैल 2017

भोजन ने मुझे हिन्दू मुसलमान बनाया

ये धर्म जात मुझसे उतरती  ही नहीं है .
पैदा हुआ हूँ मैं मेरी गलती ही नहीं है .

भोजन ने मुझे हिन्दू मुसलमान बनाया
पर भूख है ये बात समझती ही नहीं है .

बहला रहा हूँ कब से कई लोरियां गाकर
सुनती नहीं कुछ भी ये बहलाती ही नहीं है ..

गीता कुरआन बाईबिल सब तो सुना चुका
रोटी के सिवा कुछ भी समझती ही नहीं है .

सयाने ही सही लोग मैं हूँ नासमझ अच्छा
कौशिश रहेगी मेरी जो चलती ही नहीं है .









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