बुधवार, 19 अप्रैल 2017

छात्र मशाल खान की हत्या



सरहदों के इधर, सरहदों के उधर सबसे सस्ते रहें हैं हमारे ही सर हम तो हँसते रहे सर कटाते रहे काटने वालों के दिल में बैठा है डर.
سرحدوں کے ادھر، سرحدوں کے ادھر
سب سے سستے رہیں ہیں ہمارے ہی سر
ہم تو ہنستے رہے سر كٹاتے
کاٹنے والوں کے دل میں بیٹھا ہے ڈ
sarahadon ke idhar, sarahadon ke udhar
sabase saste rahen hain hamaare hee sar
ham to hansate rahe sar kataate
kaatane vaalon ke dil mein baitha hai dar.
शिखा अपराजिता added 2 new photos.

पाकिस्तान में धर्मोन्मादी भीड़ द्वारा ईशनिंदा के नाम पर जिस छात्र मशाल खान की हत्या की गई वह मार्क्सवादी था । पाकिस्तान में वह अल्पसंख्यकों के हक की बात करता था । हिंदुओं, सिखों, ईसाइयों के विरुद्ध घृणा के प्रचार के खिलाफ लिखता था, बोलता था । अपने आखरी इंटरव्यू में यूनिवर्सिटी में फीस वृद्धि पर उसने अपनी बात रखी थी । नीचे उसके कमरे की फ़ोटो संलग्न की है जिसमें दीवार पर लगी मार्क्स की फ़ोटो मानो चेतावनी भरी नजरों से पुलिसवालों को घूर रही हैं । सरहद के इस पार हो या उस पार, हिन्दू कट्टरपंथियों और इस्लामिक कट्टरपंथियों के सबसे बड़े दुश्मन मार्क्सवादी ही हैं ।
क्यों हैं, क्योंकि वे सच बोलते हैं, और सच के लिए जान देने की हिम्मत रखते हैं । मशाल मरते नहीं, हम, इस दुनिया के मार्क्सवादी तुमसे ये वादा करते हैं कि तुम्हारी मशाल बुझेगी नहीं ।
तुम्हारी शहादत बेकार नहीं जाएगी कॉमरेड मशाल खान । लाल सलाम

पेशावर। पाकिस्तान की एक आतंकवाद निरोधी अदालत ने आठ छात्रों को उदारवादी रवैया रखने वाले अपने एक सहपाठी की बर्बरता से हत्या के मामले में चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। उधर, प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने ईश निंदा के आरोपों को लेकर छात्र की हत्या की जोरदार निंदा की।

खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मर्दान में खान अब्दुल वली खान विश्वविद्यालय के आठ छात्रों को अदालत के समक्ष पेश किया गया, जिसने उन्हें चार दिन के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। विश्वविद्यालय के पत्रकारिता के छात्र मशाल खान के कपड़े फाड़ दिए गए, उसकी पिटाई की गई और उसके सिर और छाती में उग्र भीड़ ने गोली मार दी। यह घटना गुरवार को हुई थी।
मोबाइल फोन कैमरे से बनाया गया जघन्य हिंसा का वीडियो में खान का निर्वस्त्र शरीर खून से लथपथ दिखायी पड़ रहा है। उसे पहले हॉलवे में खींचा जा रहा है और उसके बाद परिसर की सडक़ पर खींचा जा रहा है। एक अन्य छात्र अब्दुल्ला की भी बुरी तरह पिटाई की गई। हालांकि, पुलिस ने उसे हमलावरों से बचा लिया। प्रधानमंत्री शरीफ ने छात्र की पीट-पीटकर हत्या किए जाने की आज जोरदार शब्दों में निंदा की। प्रधानमंत्री ने कहा कि समूचे देश को इस अपराध की निंदा करने में एकजुट होना चाहिए और समाज में सहिष्णुता और विधि के शासन को प्रोत्साहन देना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘‘राज्य ऐसे किसी भी व्यक्ति को बर्दाश्त नहीं करेगा जो कानून को अपने हाथ में लेगा।’’
शरीफ ने कहा कि वह असंवेदनशील भीड़ द्वारा छात्र की हत्या से बेहद दुखी हैं। उन्होंने घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई का निर्देश दिया। उन्होंने पुलिस से घटना के लिए जिम्मेदार सभी लोगों को गिरफ्तार करने का आदेश दिया। -(एजेंसी)



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